₹299.00
ISBN:- 978-93-6976-109-8
Author :- शिवम् यादव
Total Pages:- 125
तुम कैसे लड़के हो’ पुस्तक के लेखक शिवम् यादव ने यह पुस्तक किसी प्रेम कथा के रूप में नहीं, बल्कि उन नए और बेचैन युवाओं से संवाद के उद्देश्य से लिखी है, जो विवेक का मार्ग छोड़कर ऐसे रास्तों पर भटक रहे हैं जो न उनके लिए हितकर हैं और न समाज के लिए।
वैसे तो शिवम् यादव ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से सामाजिक विज्ञान में स्नातक किया है तथा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से परास्नातक की अपूर्ण पढ़ाई की है, लेकिन उनके जीवन और लेखन के अधिक निकट हमेशा खुली सड़कें, टूटे हुए और बेचैन लोग रहे हैं। यही अनुभव उनकी संवेदनशीलता और वैचारिक गंभीरता का आधार हैं।
लेखक श्री प्रेमचंद यादव गुरुजी तथा श्री हरिकेश यादव गुरूजी के प्रति कृतज्ञ हैं, क्योंकि दोनों ने समय-समय पर उनका हौसला बढ़ाया और लेखन के प्रति उन्हें निरंतर प्रेरित किया। इसके साथ ही लेखक उन लोगों के प्रति भी कृतज्ञ हैं, जिनके प्रति उनकी समर्पित सेवा के बावजूद उन्होंने वैमनस्य छोड़ना उचित नहीं समझा और माहौल को टॉक्सिक बनाए रखना ज्यादा श्रेष्ठ समझा।


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