द्रोपदी मुर्मू जी
₹349.00
ISBN NO-978-93-6175-132-5
यह साझा संकलन INTERNATIONAL WOMEN’S DAY द्रौपदी मुर्मू जी एक काव्य संग्रह है इसलिये सभी पाठकों से अनुरोध है कि वे पुस्तक स्वयं पढ़ें व बच्चों को पढ़ने के लिये प्रेरित करें और हो सके तो नन्हे बच्चों को गाकर सुनायें।क्योंकि हमारी नई शिक्षा नीति का बाल पाठ्यक्रम भी रोचकता पूर्ण अधिगम पर बल देता है।
इसमें कोई दोहराय नहीं है कि भारत को अग्रणी स्थान दिलाने में अहम भूमिका महिलाओं ने नहीं निभाई है।
आपका योगदान आज से नहीं वैदिक काल से सराहनीय है।अपितु आपके बिना प्रकृति की रचना तक नहीं की जा सकती है।
दुनिया भर की रस्म अदायगी सब आप पर ही तो निर्भर है न जाने कितनी संस्कृतियां आपके कंधों पर जिंदा हैं।
कुछ वर्ष पूर्व कुछ रूढ़िवादी विचारों से ग्रस्त जीवों ने महिला को कमजोर समझना शुरू कर दिया बस तबसे पतन शुरू हो गया क्योंकि कहते हैं न ।
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफला क्रिया:।।
गुलाब कौर, रानी लक्ष्मीबाई, सरोजिनी नायडू, भीकाजी कामा और कस्तूरबा गांधी , कित्तूर रानी चेन्नम्मा , अरुणा आसफ अली ,सावित्रीबाई फुले ,उषा मेहता , लक्ष्मी सहगल आदि नारियों ने देश आज़ाद कराने में और समाज में फैली रूढ़िवादिता मिटाने में भी अभूतपूर्व योगदान दिया है।
आज दुनिया का कोई ऐसा कार्यक्षेत्र नहीं है जिसमें महिलाओं ने परचम न लहराया हो।
हमारे आजाद भारत में जन्म लेने वाली हमारी सर्वश्रेष्ठ सर्वप्रथम आदिवासी राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी पर आधारित पुस्तक Wishing To You International Women’s day द्रोपदी मुर्मू जी साझा संकलन ने नारी सशक्तिकरण को दर्शाते हुए द्रोपदी मुर्मू जी के जीवन को भी काव्य रूप में दर्शाने की पूरी कोशिश की है।
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