कान्हा के रंग : भक्तों के संग
₹349.00
कान्हा के रंग: भक्तों के संग” एक ऐसा साहित्यिक प्रयास है, जो भक्ति, प्रेम और अध्यात्म के रंगों से सजा है। इस पुस्तक में संकलित प्रत्येक रचना अपने आप में एक भाव-सरिता है, जिसमें श्रीकृष्ण की लीलाएँ, बाल स्वरूप, मधुर बांसुरी की तान और गोपियों का अनुराग जीवंत हो उठता है।
इस पुस्तक की compiler के रूप में, दिव्या कुमारी का प्रयास रहा है कि विभिन्न लेखकों की भावनाओं को एक ही सूत्र में पिरोकर पाठकों के सामने प्रस्तुत किया जाए, ताकि हर पृष्ठ पर कान्हा के रंग और भक्तों का संग महसूस किया जा सके।
जनमाष्टमी का यह पावन अवसर इस पुस्तक को और भी विशेष बना देता है, क्योंकि यह दिन स्वयं कान्हा के अवतरण का प्रतीक है। जब-जब दिव्या कुमारी ने इस पुस्तक के पन्ने पलटे, उन्हें ऐसा लगा जैसे बृज की गलियों में राधा-कृष्ण की मधुर लीला सुनाई दे रही हो, जैसे माखन की गंध और बांसुरी की धुन मन को भक्ति के सागर में डुबो रही हो।
इस संकलन में सम्मिलित सभी लेखकों का दिव्या कुमारी हृदय से धन्यवाद करती हैं, जिन्होंने अपनी कलम से कान्हा के प्रति अपनी असीम श्रद्धा और प्रेम को शब्दों में ढाला। साथ ही, उन सभी पाठकों का भी आभार, जो इस भक्ति-यात्रा में हमारे संग हैं।
कान्हा की कृपा और आशीर्वाद हम सब पर बना रहे,
यही कामना है।
—दिव्या कुमारी (संकलक, लेखिका एवं कवयित्री)


Reviews
There are no reviews yet.