नवोन्मेष (छंदबद्ध काव्यसंग्रह)
₹449.00
ISBN-978-93-6175-441-8
नवोन्मेष का अर्थ है नया उत्थान, कोई नया तरीका, नई खोज या कुछ करने की नई पद्धति जो निराली हो और पहले से बेहतर हो।इसी को पोषित करने के उद्देश्य से “नवोन्मेष (छंदबद्ध काव्य संग्रह)” की परिकल्पना की गयी है तथा इसे धरातल पर उतारा गया है, जो आप सभी सुधी पाठकों के समक्ष सादर प्रस्तुत है।
वर्तमान पीढ़ी को तथा आने वाली नई पीढ़ियों को जागृत करने के उद्देश्य से भारतीय संस्कृति, संस्कार, सदाचार, सद्विचार, जीवन दर्शन, नारी विमर्श, प्रकृति, पर्यावरण, वंदना, प्रार्थना, भक्ति, देश भक्ति, शृंगार, ओज, वात्सल्य तथा अन्य विविध संवेदनाओं, संचेतनाओं पर केंद्रित भाव-व्यंजना की काव्यात्मक अभिव्यक्ति विभिन्न छंदबद्ध रचनाओं के माध्यम से करने का प्रयास नवोन्मेष में मैंने किया है। अपनी तूलिका के माध्यम से समाज में नवोत्कर्ष तथा नवीन विचारधारा संचारित करने का प्रयास मेरे द्वारा किया गया है।
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