साथी
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संकलन “साथी” रक्षाबंधन के विशेष त्योहार के लिए रचित है। ईश्वर ने जीवन में हमारे लिए बहुत से रिश्ते बनाए हैं , सभी के अपने विशेष महत्व होते हैं। इन्हीं में से एक रिश्ता होता है भाई बहन का। ये रिश्ता पूरी तरीके से केवल प्यार और लगाव पर टिका हुआ होता है। कभी बड़े भाई द्वारा पिता के फर्ज़ निभाना, कभी बड़ी बहन में मां की छवि दिखना, और छोटे भाई बहनों में मासूमियत की अनुपम झलक, ये सभी भावनाएं इस रिश्ते को सबसे अनोखा और सबसे भावुक रिश्ता बनाती हैं। लड़ना झगड़ना, रूठना मनाना ये सब भी एक अलग रूप में किंतु प्यार के ही सूचक है। हालांकि भाई बहन एक दूसरे के इस प्यार से अवगत होते हैं किंतु रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जब ये प्यार “राखी” और “आशीर्वाद” के रूप में उमड़ कर आता है।
इन्हीं भावों को अपने अपने शब्दों में सभी सहलेखकों ने बेहतर से बेहतरीन तरीके से साझा करने का प्रयास किया है। आशा है पाठकों को पसंद आएगी।
खुशी सिंह
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