जज़्बाती सकुून
₹349.00
मेरे प्रिय पाठको, इस पुस्तक को हिंदी भाषा में लिखा गया है। हिंदी भारत की सबसे अधिक बोली व समझी जाने वाली एवं विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
मेरे प्रिय पाठको इस कविता संग्रह में कुछ रंग बिरंगीकविताओं का मिला जुला इन्द्रधनुष आपके लिये प्रस्तुत है। इस पुस्तक में जिंदगी से जद्दोजहद करता इन्सान भी सुनाई देगा तो एक सैनिक का देशप्रेम भी है। प्रेममयी पंक्तिओं से भरी झील भी होगी तो भक्ति रस की बूँदें भी हैं। कुछ पृष्ठ आपको शारिरीक व मानसिक दुःख से रुबरु कराएंगे तो कही खुशिओं की छाया में सुकून भी मिलेगा।
प्रिय पाठको, प्रयास किया गया है कि इसे पढ़ते समय आपको जीवन के सभी रंगो का अनुभव हो ।
मेरे प्रिय पाठको, एक सैनिक का प्रयास रहा है रहा है कि आपके व इस कविता संग्रह के साथ न्याय कर सके। इसी उम्मीद के साथ आइये पन्ने पलटते हैं और कुछ सुकून का अनुभव करते हैं। इस पुस्तक को अपनी सूची में शामिल करने के लिए आभार बहुत बहुत धन्यवाद।
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