कुम्भ ग्रंथ “महाकुम्भ की महागाथा”
₹349.00
ISBN-978-93-6175-651-1
कुम्भ मेला व कुम्भ स्नान एक महा संगम है, जो अनेक जनों को अनेक भाषाओं, अनेक रंग ढंग, अनेक चाल ढाल, अनेक रीति रिवाजों, अनेक विचारों, अनेक प्रकार की सभ्यता, परम्परा, संस्कृति की एकता को दर्शाता हुआ एक स्वयं में महायज्ञ है, जो जन जन को जोड़ने का अनेकता में एकता का विशाल पर्याय है। ये युगों युगों से सनातन धर्म के ध्वज को लहराता हुआ चला आ रहा है। एक निश्चित तिथि, समय पर बिन बुलाए करोड़ों जनों का मिलन ही महाकुम्भ का दूसरा नाम है।
!!….. चौपाई !! कुम्भ स्नान है अमृत जैसा !! जैसा मन फल मिलता वैसा !!
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