प्रताप का काव्य पुंज
₹369.00
ISBN-978-93-6175-195-0
प्रताप का काव्य पुंज में मैंने अपनी कविताओं के जरिये जीवन की संवेदनाओं को प्रकट करने का प्रयास किया है मेरा हिन्दी साहित्य एवं कविताओं से आत्मीय सम्बन्ध रहा है मैंने कुछ विषयों को गहराई और गहनता के साथ शब्दों को मोती की माला में पिरोया है यह काव्य पुंज आपको जीवन के कई पहलुओं पर एक नया दृष्टिकोण प्रदान करेगा।
मैंने अपने काव्य पुंज के माध्यम से पाठकों के मन को छूने का प्रयास किया है मुझे आशा है कि ये कविताएँ पाठक गण के अत्तः करण को स्पर्श करेंगी और समस्त पाठक गण इस काव्य पुंज।
को अपने हृदय में स्थान देंगे-
कविताएँ विभिन्न प्रकार के भावों से मिश्रित होती है हर कविता, स्वयं से बात करती है और कुछ न कुछ संदेश देना चाहती है।
प्रताप में क्या शक्ति, जो शब्द कलेवर कर सके। मंजूषा में भरे भारती ने, हेतु हम उनको गुह सके ॥
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